पंकज तिवारी, जबलपुर। बिजली कंपनी ने कहने को घरेलू उपभोक्ता को औसत 8.32 फीसद बिजली के दाम बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन हकीकत में ये इजाफा इससे ज्यादा है। मध्यम वर्ग जिसकी घरेलू बिल में मासिक खपत 100 यूनिट के पार है उन्हें सबसे ज्यादा झटका लगेगा। प्रदेश के ऐसे करीब 30 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता है जो सर्वाधिक बढ़ोतरी की जद में आ रहे हैं। इस श्रेणी के उपभोक्ता पर 34 फीसद से ज्यादा बिजली के दाम बढ़ाने की तैयारी हो रही है।
ऐसे समझें बढ़ोतरी का खेल: अभी- बिजली कंपनी ने अभी तक घरेलू उपभोक्ता को खपत के हिसाब से चार श्रेणी में बांटा है। इसमें 50 यूनिट के खपत पर अलग दाम, 51 से 150 यूनिट, 151 से 300 और 300 से ऊपर की खपत वाले उपभोक्ता शामिल है। हर श्रेणी में बिजली का दाम बदलता है।
ये बदलाव: मौजूदा प्रस्ताव में मप्र पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने याचिका में स्लैब में बदलाव किया है। 50 यूनिट के बाद 51 से 150 की यूनिट को सिर्फ 100 यूनिट तक रखा है। इसके ऊपर 101 यूनिट की खपत से 300 खपत तक के उपभोक्ता को एक ही दर देय होगी।
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ऐसे बढ़ेगा दाम-
खपत वर्तमान दर प्रस्तावित दर प्रस्तावित बढ़ोतरी
50 यूनिट 267.50 रुपये 289 रुपये 8.04 फीसद
100 यूनिट 561.00 रुपये 608 रुपये 8.38 फीसद
150 यूनिट 813.50 रुपये 1097 रुपये 34.85 फीसद
200 यूनिट 1356 रुपये 1546 रुपये 14.01 फीसद
300 यूनिट 2139 रुपये 2394 रुपये 11.92 फीसद
400 यूनिट 3019 रुपये 3328 रुपये 10.23 फीसद
नोट- उक्त दर ऊर्जा प्रभार और फिक्स जार्च के आधार पर दर्शायी गई है। अन्य शुल्क को नहीं शामिल किया गया है।
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वर्जन..
बिजली कंपनी ने 2021-22 के दर निर्धारण याचिका में चुपके से 51 से 150 के स्लैब को 100 यूनिट तक सीमित कर दिया है। इससे 101 से ज्यादा खपत वाले लाखों उपभोक्ताओं पर 34 फीसद बोझ डालने की योजना है। बिजली कंपनी अपना घाटा अन्य खर्च को सीमित कर पूरा कर सकती है। बेवजह बिजली के दाम बढ़ाए जा रहे हैं।