आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाए जाने वाले शरद पूर्णिमा पर्व पर इस बार चंद्र ग्रहण लगने से विभिन्न आयोजन प्रभावित हुए। खासकर ग्रहण का असर धार्मिक आयोजन में नजर आया। जिला मुख्यालय सहित जिलेभर के प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद रहे। मंदिर पदाधिकारियों के अनुसार अब श्रद्धालुओं को दर्शन 29 अक्टूबर को हो पाएंगे।शहर के काली पुतली चौक स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी पूरन शास्त्री ने दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान ने बताया कि हिंदु पंचाग के अनुसार चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर शनिवार रात 1 बजकर 6 मिनट से लेकर 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। यानी यह ग्रहण 1 घंटा 16 मिनट का रहेगा। चंद्रग्रहण का सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पूर्व से शुरु हो जाता है। भारतीय समय अनुसार चंद्रग्रहण का सूतक शाम 4 बजकर 6 मिनट पर आरंभ हो गया। इस कारण मंदिर में समय पूर्व पूजन अर्चन कर मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। जो कि अब 29 अक्टूबर को ग्रहण काल समाप्त होने के बाद खोले जाएंगे। इसी तरह शहर के हनुमान चौक स्थित दुर्गा, नया श्रीराम मंदिर, मॉ कालीपाठ दरकार सहित तमाम मंदिरों के कपाड़ चार बजे ही बंद कर दिए गए। वहीं इन मंदिरों में अब 29 अक्टूबर को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।