कभी भी ढह सकता है वैनगंगा बड़ी नहर पर बना पुलिया

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वैनगंगा नदी के ढूटी बांध से निकली ढूटी वीयर वैनगंगा बड़ी नहर का अंग्रेजों के शासनकाल में निर्माण किया गया है जो नगर मुख्यालय के विभिन्न ग्रामों से होकर गुजरी है और इस वैनगंगा बड़ी नहर का पानी खैरलांजी तक नहर के माध्यम से पहुंचता है जिससे क्षेत्रीय किसान फसल में सिंचाई कर फसल उत्पादन करते है। साथ ही विगत वर्षपूर्व करोड़ों रूपयों की लागत से ढूटी वीयर वैनगंगा बड़ी नहर का सीमेन्टीकरण किया गया है और जगह-जगह से ग्रामीणजनों के आने-जाने के लिए नहर के बीच से पुलिया का भी निर्माण किया गया है परन्तु नहर का सीमेन्टीकरण के साथ में कुछ स्थानों पर नवीन पुलिया का निर्माण नही किया गया है जिसके कारण देखरेख के अभाव में उक्त पुलिया जीर्णशीर्ण व क्षतिग्रस्त होने लगे है। इसी तरह का एक मामला नगर मुख्यालय से ५ किमी. दूर ग्राम खारी व बकोड़ा के समीप से गुजरी ढूटी वीयर वैनगंगा बड़ी नहर का सामने आया है जहां खारी-बकोड़ा को जोडऩे के लिए अंग्रेजों के शासनकाल में बनाया गया छोटा पुलिया धीरे धीरे जीर्णशीर्ण के साथ ही क्षतिग्रस्त होने लगा है एवं पुलिया के दोनों ओर जानलेवा गड्डा बना चुका है एवं दरारे भी आने लगी है एवं मिट्टी भी धसकने लगी है। जिसके कारण किसानों एवं मार्ग से आने-जाने वाले लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एवं जल्द ही क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य नही करवाया गया तो किसी भी समय पुलिया ढह (टूट) सकता है। अगर पुलिया टुट जाता है सबसे अधिक परेशानी किसानों को होगी क्योंकि खारी की सीमा में बकोड़ा एवं बकोड़ा की सीमा में खारी के किसानों की सैकड़ों एकड़ खेती है और इसी पुलिया के ऊपर से वे आना-जाना करते है परन्तु पुलिया क्षतिग्रस्त होने के कारण उन्हे खेतों तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के पूर्व पुलिया का मरम्मत कार्य नही किया गया तो पुलिया के ऊपर से आना-जाना पुरी तरह से बंद हो जायेगा जिससे किसानों की कृषि कार्य प्रभावित होने के साथ ही आने-जाने वाले ग्रामीण व राहगीरों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस समस्या की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे किसानों व ग्रामीणजनों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। किसान व ग्रामीणजनों ने जल्द क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य करवाये जाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।

क्षतिग्रस्त पुलिया दुर्घटना को दे रहा आमंत्रण, जिम्मेदार मौन

आपकों बता दे कि ग्राम खारी एवं बकोड़ा के बीच से ढूटी वीयर वैनगंगा बड़ी नहर गुजरी है जो खैरलांजी तक जाती है। इस नहर के पानी से क्षेत्रीय किसान फसल में सिंचाई करते है परन्तु अंग्रेजों के शासनकाल में का बना लोहे का पुलिया क्षतिग्रस्त होने लगा है एवं सुरक्षा की दृष्टि से लगाये गये लोहे के एंगल भी चोरी हो चुकी है और पुलिया के दोनों साईड में दरारे आने के साथ ही गड्डा भी बन चुका है। अगर कोई व्यक्ति पुलिया के ऊपर से गुजरते समय अनियंत्रित या गड्डा दिखाई नही देता है तो वह सीधे नहर के नीचे गिर सकता है जिससे बहुत बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। साथ ही खारी से बकोड़ा पहुंच मार्ग भी इसी पुलिया के ऊपर से गुजरती है और लोग इस मार्ग से सीधे बकोड़ा मंडी होते हुए बालाघाट-वारासिवनी हाईवे रोड़ की ओर निकलते है परन्तु सडक़ खराब एवं पुलिया क्षतिग्रस्त होने के कारण लोगों को आने-जाने में भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के पूर्व क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य नही करवाया तो पुलिया ढह सकता है क्योंकि पुलिया के दोनों साईड की मिट्टी धीरे-धीरे धसकने लगी है और पुलिया के दोनों ओर खारी-बकोड़ा, बेलगांव के किसानों की सैकड़ों एकड़ खेती है जो इसी पुलिया से आवागमन कर वे अपनी खेती तक पहुंच पाते है, अगर पुलिया ढह गया तो उन्हे करीब ४ से ५ किमी. की अधिक दुरी कर अपने खेतों का पहुंचना पड़ेगा जिससे उन्हे परेशानी होगी और कृषि कार्य भी प्रभावित होगे। साथ ही क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य करवाने के संबंध में कई बार किसान व ग्रामीणजनों ने जिम्मेदारों को अवगत करवा चुके है परन्तु कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे किसानों में शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है।

जल संसाधन विभाग के एसडीओं दिलीप परते से बकोड़ा-खारी पहुंच मार्ग ढूटी वीयर वैनगंगा बड़ी नहर पर बने क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य करवाने के संबंध में चर्चा करने का प्रयास किया गया परन्तु संपर्क नही हो पाया।

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