Mann Ki Baat: PM मोदी बोले, दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख देश दुखी हुआ

0

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी आज ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया जो इस साल का यह उनका पहला कार्यक्रम था। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘जब मैं ‘मन की बात’ करता हूँ तो ऐसा लगता है, जैसे आपके बीच, आपके परिवार के सदस्य के रूप में उपस्थित हूँ। क्या आप भी मेरी तरह ये सोच रहे हैं कि अभी कुछ ही दिन पहले तो 2021 शुरू हुआ था ? लगता ही नहीं कि जनवरी का पूरा महीना बीत गया है – समय की गति इसी को तो कहते हैं।’

Mann Ki Baat Updates:

मेरे प्यारे देशवासियो, हमारे यहाँ कहा जाता है – जलबिंदु निपातेन क्रमशः पूर्यते घटः अर्थात् एक एक बूँद से ही घड़ा भरता है। हमारे एक-एक प्रयास से ही हमारे संकल्प सिद्ध होते हैं।  इसलिए, 2021 की शुरुआत जिन लक्ष्यों के साथ हमने की है, उनको, हम सबको मिलकर ही पूरा करना है  तो आइए, हम सब मिलकर इस साल को सार्थक करने के लिए अपने अपने कदम बढ़ाएं: पीएम मोदी

Art and Colors के जरिए बहुत कुछ नया सीखा जा सकता है, किया जा सकता है। झारखण्ड के दुमका में किए गए एक ऐसे ही अनुपम प्रयास के बारे में मुझे बताया गया। यहाँ, Middle School के एक Principal ने बच्चों को पढ़ाने और सिखाने के लिए गाँव की दीवारों को ही अंग्रेजी और हिंदी के अक्षरों से paint करवा दिया, साथ ही, उसमें, अलग-अलग चित्र भी बनाए गए हैं, इससे, गाँव के बच्चों को काफी मदद मिल रही है। मैं, ऐसे सभी लोगों का अभिनन्दन करता हूँ, जो, इस प्रकार के प्रयासों में लगे हैं:  पीएम मोदी

मेरे प्यारे देशवासियो, कुछ ही दिन पहले मैंने एक वीडियो देखा। वह वीडियो पश्चिम बंगाल के वेस्ट मिदनापुर स्थित ‘नया पिंगला’ गाँव  के एक चित्रकार सरमुद्दीन का था। वो प्रसन्नता व्यक्त कर रहे थे कि  रामायण पर बनाई उनकी painting दो लाख रुपये में बिकी है। इससे उनके गांववालों को भी काफी खुशी मिली है। इसी क्रम में मुझे पश्चिम बंगाल से जुड़ी एक बहुत अच्छी पहल के बारे में जानकारी मिली, जिसे, मैं, आपसे साथ जरुर साझा करना चाहूंगा। पर्यटन मंत्रालय के regional office ने महीने के शुरू में ही बंगाल के गाँवों में एक ‘Incredible India Weekend Gateway’ की शुरुआत की। इसमें पश्चिम मिदनापुर, बांकुरा, बीरभूम, पुरुलिया, पूर्व बर्धमान, वहाँ के हस्तशिल्प कलाकारों ने visitors के लिये Handicraft Workshop आयोजित की। मुझे यह भी बताया गया कि Incredible India Weekend Getaways के दौरान handicrafts की जो कुल बिक्री हुई, वो हस्त शिल्पकारों को बेहद प्रोत्साहित करने वाली है: पीएम मोदी

मेरे प्यारे देशवासियो, अगर मैं आपसे बुदेलखंड के बारे में बात करूँ तो वो कौन सी चीजें हैं, जो आपके मन में आएंगी! इतिहास में रूचि रखने वाले लोग इस क्षेत्र को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ जोड़ेंगे। वहीँ, कुछ लोग सुन्दर और शांत ‘ओरछा’ के बारे में सोचेंगे। पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला ‘Strawberry Festival’ शुरू हुआ। हर किसी को आश्चर्य होता है – Strawberry और बुंदेलखंड! लेकिन, यही सच्चाई है। अब बुंदेलखंड में Strawberry की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है, और, इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है, झाँसी की एक बेटी – गुरलीन चावला ने। “Law  की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में Strawberry की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झाँसी में भी ये हो सकता है: पीएम मोदी

साथियो, पर्यावरण की रक्षा से कैसे आमदनी के रास्ते भी खुलते हैं, इसका एक उदाहरण अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी देखने को मिला। अरुणाचल प्रदेश के इस पहाड़ी इलाके में सदियों से ‘मोन शुगु’ नाम का एक पेपर बनाया जाता है। ये कागज यहाँ के स्थानीय शुगु शेंग नाम के एक पौधे की छाल से बनाते हैं, इसलिए, इस कागज को बनाने के लिए पेड़ों को नहीं काटना पड़ता है।इसके अलावा, इसे बनाने में किसी chemical का इस्तेमाल भी नहीं होता है, यानी, ये कागज पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है, और स्वास्थ्य के लिए भी: पीएम मोदी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here