कल अथिया शेट्टी के हो जाएंगे केएल राहुल:विरासत में मिली क्रिकेट…पिता की गलती से मिला नाम, कॉफी विद करण विवाद में भी फंसे

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टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल 23 जनवरी को बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्‌टी की बेटी अथिया शेट्‌टी से शादी करने जा रहे हैं। शनिवार को खंडाला में हल्दी की रस्म हुई।

इस स्टोरी में हम राहुल के करियर को पलट कर देखेंगे। पिता की गलती से नाम मिलना, 12 साल की उम्र में 2 दोहरे शतक का कारनामा करना, काफी विद करण शो में कॉन्ट्रोवर्सी होना..राहुलनामा में कई रोचक चैप्टर हैं, उन सब से गुजरेंगे। आखिर में राहुल-अथिया की रोमांटिक तस्वीरें भी…

सबसे पहले जानिए राहुल के पिता की वह गलती…जिसके कारण उन्हें यह नाम मिला
केएल राहुल के पिता डॉ. केएन लोकेश सुनील गावस्कर के फैन थे। वे अपने बेटे का नाम गावस्कर के बेटे रखना चाहते थे। गावस्कर के बेटे का नाम रोहन था। लेकिन केएल के पिता केएन लोकेश को मालूथ था कि गावस्कर के बेटे का नाम राहुल है। उन्होंने अपने बेटे का नाम केएल राहुल पड़ गया।

विरासत में मिली क्रिकेट
केएल राहुल के पिता भी अच्छे क्रिकेट रहे हैं। वे कॉलेज लेवल पर खेलते थे। ऐसे में केएल राहुल को खेल विरासत के रूप में मिला। राहुल ने बचपन में फुटबॉल, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, वॉलीबॉल और तैराकी की प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया। आखिरकार क्रिकेट को करियर के रूप में चुना।

NIT में पले-बढ़े, वहीं से स्कूलिंग की
केएल राहुल के पिता NIT (नेशनल इंस्टीट्युट ऑफ इंजीनियरिंग, कर्नाटक) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर हैं। उनकी मां भी मंगलौर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थी। राहुल ने अपना हाई स्कूल NITK इंग्लिश मीडियम स्कूल और कॉलेज प्री-यूनिवर्सिटी बेंगलुरु के सेंट अलॉयसियस से पूरा किया। बाद में वे बेंगलुरु की जैन यूनिवर्सिटी में पढ़ने लगे, ताकि पूरा ध्यान क्रिकेट में लगा सकें। इस यूनिवर्सिटी की क्रिकेट टीम अच्छी थी।

12 साल की उम्र में 2 दोहरे शतक
राहुल ने 10 साल की उम्र में क्रिकेट अकादमी में दाखिला ले लिया था। दो साल बाद वे क्लब क्रिकेट खेलने लगे। 12 साल की उम्र में राहुल ने कर्नाटक के लिए अंडर-13 इंटर जोनल टूर्नामेंट में 2 दोहरे शतक लगाए थे। बाद में वे कर्नाटक के लिए अंडर-13, अंडर-15, अंडर-17, अंडर-19 और अंडर 23 टीम का हिस्सा रहे। 18 साल की उम्र में राहुल अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में चुने गए।

इसी साल उन्हें कर्नाटक की रणजी टीम के लिए खेलने का भी मौका मिला। उन्होने पंजाब के खिलाफ अपना डेब्यू किया। उन्हें अगले सीजन में टीम में शामिल नहीं किया गया, लेकिन राहुल ने मेहनत की और 2012-13 में कर्नाटक रणजी टीम में वापसी की और उस सीजन में उन्होंने 5 मैच खेले और 50 की एवरेज से 400 रन बनाए। 2013-14 के डोमेस्टिक सीजन में उन्होंने 1,033 फर्स्ट क्लास रन बनाए, जो उस सीजन में दूसरे सबसे बड़े स्कोरर थे।

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