टेनिस: देर रात होने वाले मैच खिलाड़ियों के लिए हानिकारक:- ग्रैंड स्लैम में बेस्ट ऑफ- 3 फॉर्मेट अपनाकर देरी से बचा जा सकता है

0

ऑस्ट्रेलियन ओपन में शुक्रवार को एंडी मरे और थानासी कोकिनाकिस के बीच मैच सुबह 4 बजे खत्म हुआ। ये कोई खास रूप से आयोजित मैराथन मैच या टूर्नामेंट नहीं था और न ही ऐसा पहली बार हुआ। पिछले सितंबर में यूएस ओपन में कार्लोस अल्कारेज और जेनिक सिनर भी रात के 3 बजे तक मैच खेल रहे थे। टेनिस इकलौता ऐसा टूर्नामेंट है जिसमें एथलीट पूरी रात जागकर मैच खेलते हैं और 48 घंटे से भी कम समय में उन्हें फिर से पूरे फोकस के साथ वापस कोर्ट में लौटना पड़ता है। जैसे-जैसे मैच सुबह तक खिंचते जा रहे हैं, वैसे-वैसे खिलाड़ी अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और प्रदर्शन की चिंता करते हुए ऐसे मैचों से पीछे हटते जा रहे हैं।

इस दौरान फैंस को भी अक्सर स्टैंड्स या सोफे में सोते हुए देखा गया है। मरे और कोकिनाकिस का ये मैच अब तक तीसरा सबसे देर से खत्म होने वाला मैच था। इससे पहले पिछले साल मैक्सिको में हुआ ज्वेरेव और ब्रूक्सबी का मैच सुबह 4:54 बजे और 2008 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में हेविट और बगडाटिस के बीच हुआ मैच 4:34 बजे खत्म हुआ था।

मैच के बाद एंडी मरे ने कहा था कि इस तरह के मैच खिलाड़ी, अंपायर और फैंस किसी के लिए भी अच्छे नहीं हैं। ऑस्ट्रेलियन टेनिस स्टार निक किर्गियोस ने कहा कि देर रात मैच खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल अच्छे नहीं हैं। पिछले साल यूएस ओपन में उनके ज्यादातर मैच 1 बजे खत्म होते थे, जिसके बाद खाने-पीने और मीडिया से बात खत्म करके सोने में सुबह के 4 बज जाते थे। इसका उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता था। ऐसे मैच के दौरान फैंस को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। देर रात मैच के दौरान फैंस को कभी घर जाने के लिए कैब ढूंढते तो कभी फोन चार्ज करते हुए पाया जाता है। रात में पब्लिक ट्रांसपोर्ट न होने के चलते उन्हें शेयर कैब या टैक्सी से घर जाना पड़ता है।

टेनिस में आधी रात के बाद मैच न शुरू करने को लेकर तो नियम हैं लेकिन आधी रात के बाद खत्म हो रहे मैच के लिए फिलहाल कोई दिशा-निर्देश नहीं हैं। साथ ही ग्रैंड स्लैम में मैच में बेस्ट ऑफ-5 अपनाया जाता है। बेस्ट ऑफ-3 पर स्विच करना मैच के खत्म होने के समय को नियंत्रित करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक हो सकता है। इसके अलावा जल्दी मैच शुरू करके, रात के सत्र में 2 की जगह केवल 1 मैच रखकर भी इस समस्या को हल किया जा सकता है। साथ ही सिंगल्स मैच को डबल्स के साथ रखा जा सकता है। अगर सिंगल्स लंबा खिंचता है तो डबल्स दूसरे कोर्ट में खेला जा सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here