प्रदेश के सरकारी अस्पतालों को मेडिकल आफिसर के रूप मेें सवा सात सौ से ज्यादा डाक्टर जल्द मिल जाएंगे। मप्र लोकसेवा आयोग (पीएससी) ने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लिए चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती के लिए इंटरव्यू आयोजित करने की घोषणा कर दी है। पीएससी ने 1 जून से इंटरव्यू शुरू करने का ऐलान किया है। इंटरव्यू में भाग लेने वाले उम्मीदवारों के लिए कोरोना निगेटिव का प्रमाण पत्र अनिवार्य किया गया है। इसी के साथ यह भी तय हो गया है कि जिन्हें इंटरव्यू में मौका मिला उनमें से ज्यादातर का चयन भी तय है।
पीएससी ने फरवरी में 727 मेडिकल आफिसर की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। एमबीबीएस की डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे। अप्रैल में ही आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो गई थी। आवेदन के बाद सिर्फ इंटरव्यू का एक मात्र दौर होना था और अंतिम चयन सूची जारी होती। इसी बीच बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण लाकडाउन जैसी स्थिति बनी। नतीजा हुआ पीएससी ने अन्य सभी परीक्षाओं और रिजल्ट के साथ चिकित्सा अधिकारी की भर्ती की प्रक्रिया भी स्थगित ही कर दी।
इस बीच मांग उठने लगी कि जब प्रदेश में डाक्टरों की कमी हैै और शासन अस्पतालों में ज्यादा से ज्यादा संसाधन सुविधाओं को जुुटाने में लगा है ऐसे मेें चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती भी तुरंत की जाना चाहिए। इससे नए डाक्टर मिलेंगे तो प्रदेश का स्वास्थ्य ढांचा बेहतर हो सकेगा। पहले पीएससी ने होटल्स से लेकर आवागमन जैसी सुविधाओं के बंद होने का हवाला दिया। हालांकि अब पीएससी की ओर से इंटरव्यू का ऐलान कर दिया गया है। आयोग ने घोषणा की है कि 1 जून से इंटरव्यू होंगे। इंटरव्यू में भाग लेने वाले उम्मीदवारों को आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट साथ लाना होगी।।