अब गांवों और छोटे कस्बों में ग्रामीणों को दवाईयों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें बस एटीएम तक जाना होगा। दरअसल देश के हर ब्लॉक में दवा एटीएम मशीन लगने जा रही है। इसके लिए कामन सर्विस सेंटर ने आंध्र प्रदेश सरकार की एएमटीजेड कंपनी से करार किया है। बता दें सीएससी के पहले से ब्लाक स्तर पर अयुर संजीवनी केंद्र चल रहे हैं। दवा देने वाली एटीएम इन्हीं केंद्रों पर लगाई जाएंगी। इन सेंटर्स पर गर्भधारण, कोरोना टेस्ट के साथ कई अन्य मेडिकल उपकरण भी रखे जाएंगे। उनके संचालन के लिए सीएससी के ग्रामीण उद्यमियों को अगले महीने से ट्रेनिंग दी जाएगी।
सीएससी के माध्यम से गांवों में ऑक्सीजन सिलेंडर या कंसंट्रेटर मुहैया कराया जाएगा। कुछ राशि देकर इनका इस्तेमाल किया जा सकेगा। चालू वित्त वर्ष 2021-22 के अंत तक सभी ब्लॉक में दवा वाली एटीएम लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सीएससी एसपीवी के एमडी दिनेश त्यागी ने कहा कि ग्रामीण पहले से वर्चुअल तरीके से डॉक्टर्स से परामर्श लेने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मेडिसन की पर्ची भी वर्चुअल तरीके से जेनरेट होती है। लेकिन ग्रामीणों को दवा लेने के लिए शहर जाना पड़ता है या किसी को भेज कर मंगाना पड़ता है जिसमें समय लगता है। लेकिन अब एटीएम की सुविधा होने से उन्हें तत्काल दवा मिल जाएगी। एटीएम मशीन में डॉक्टर की पर्ची को डाला जाएगा और उसके हिसाब से मशीन से दवा बाहर आएगी। मशीन में ई-कामर्स कंपनियां दवा की सप्लाई करेंगी। दवा वाली एटीएम मशीन में अधिकतर जेनरिक दवा रखी जाएंगी। इसके अलावा केंद्र पर विभिन्न प्रकार के जांच उपकरण की भी सुविधा होगी।