बालाघाट (पदमेश न्यूज)। कांग्रेस जिला प्रभारी बनाये गंगाप्रसाद तिवारी लंबे अंतराल के बाद 28 अगस्त को बालाघाट पहुंचे और जिला कांग्रेस कार्यालय में विधायकों, जिला कांग्रेस अध्यक्ष और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों से बंद कमरे में गुप्त चर्चा की। हालांकि आयोजित इस बैठक से मीडिया को दूर रखा गया। कांग्रेस वरिष्ठ पदाधिकारियों की प्रमुख उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में आगामी समय में होने वाले चुनाव ,पार्टी में चल रही आंतरिक कलाह, जिला कार्यकारिणी के पुनर्गठन ,जिला अध्यक्ष के पद सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर प्रभारी श्री तिवारी ने पदाधिकारियों के विचार विमर्श किया। वहीं उन्होंने आगामी समय में होने वाले चुनाव को लेकर समस्त पदाधिकारियों से चर्चा कर चुनावी रणनीति बनाई। पार्टी कार्यालय में आयोजित इस बैठक में प्रभारी पं. गंगाप्रसाद तिवारी, विधायक तामलाल सहारे, संजयसिंह उईके, सुश्री हिना कावरे, शहर अध्यक्ष श्याम पंजवानी, ब्लॉक अध्यक्ष भोजेश पटले, अजय अवसरे, भाऊराम गाड़ेश्वर, गोकुल गौतम, महेन्द्र बाहेश्वर, नवीन चौधरी, प्रमोद ठाकरे, संतोष बिसेन, विनय पाटिल, सुधीर पटले, प्रमोद अग्रवाल, पार्षद शफकत खान, रामभाऊ पंचेश्वर, आशुतोष बिसेन सहित अन्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
ब्लॉक अध्यक्ष और कार्यकर्ता पार्टी की महत्वपूर्ण कड़ी है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयोजित इस बैठक में विधायकों के कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्षों को तवज्जो नहीं मिलने का मुद्दा गर्म रहा। बैठक में ब्लॉक अध्यक्षो ने अपनी बात रखी। जिससे प्रभारी को समझ आ गया कि कांग्रेस विधायकों से ब्लॉक पदाधिकारी और कार्यकर्ता में नाराजगी है, जिसको लेकर उन्होंने विधायकों और अध्यक्ष को भी नसीहत दी कि पार्टी को मजबूत करने ब्लॉक अध्यक्ष और कार्यकर्ता महत्वपूर्ण कड़ी है, जिनके सुख-दुख में साथ दे तो कार्यकर्ताओं को भी हौंसला मिलेगा। इसके साथ ही मंडल की संख्या को और बड़ाकर नये लोगों को जिम्मेदारी देने, सेक्टर और बूथ को मजबूत करने की नसीहत भी ब्लॉक पदाधिकारियों को प्रभारी ने दी। वहीं उन्होंने सभी को साथ लेकर मजबूती के साथ पार्टी को आगे बढ़ाने और मजबूत संगठन के साथ आगामी चुनाव की रणनीति बनाने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
पार्टी की अंदरूनी बाते सार्वजनिक ना करे
बताया जा रहा है कि जिला कांग्रेस कार्यालय के बंद चेंबर में प्रभारी और अध्यक्ष के सामने पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी पर अंदरूनी बातों को सार्वजनिक करने का आरोप लगा। जिसमें उनके द्वारा पार्टी समर्थित पदाधिकारियों को बाहर करने और नोटिस सहित गुप्त जानकारी अखबारों तक पहुंचाने की शिकायत की गई। हालांकि प्रभारी ने इसको लेकर कुछ नहीं कहा, लेकिन अंदरूनी सूत्रों की मानें तो प्रभारी गंगाप्रसाद तिवारी ने इस शिकायत पर अध्यक्ष को मामले में हस्तक्षेप करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि चाहे जो भी हो पार्टी की अंदरूनी बातें किसी ने सार्वजनिक नहीं करनी चाहिए ।
अध्यक्ष को बदलने जैसी कोई स्थिति नहीं- तिवारी
पार्टी कार्यालय में आयोजित इस गोपनीय बैठक को लेकर की गई चर्चा के दौरान काग्रेस जिला प्रभारी गंगाप्रसाद तिवारी ने बैठक में बनी रणनीति को सार्वजनिक किये जाने से इंकार करते हुए कहा कि जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक ली गई थी, जिसमें उन्हें कार्य के दौरान आ रही कठिनाई और दिक्कतों पर चर्चा की गई। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सोशल मीडिया या सार्वजनिक प्लेटफार्म पर पार्टी पदाधिकारी या नेता कोई बात कहते है, जिससे की पार्टी में गुटबाजी को लेकर संकेत जाता है तो यह ठीक नहीं है, चूंकि कांग्रेस एक प्रजातांत्रिक पार्टी है जिसमें सभी को अपनी बात रखने का हक है लेकिन सार्वजनिक रूप से यदि कोई बात रखता है तो उसे बंद करना चाहिये। यदि कोई समस्या है तो मुझसे या अध्यक्ष को इसकी जानकारी दे। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव को लेकर कांग्रेस रणनीति बना रही है और लगातार इसको लेकर बैठकें भी आयोजित हो रही है। वही उन्होंने जिला अध्यक्ष को बदलने को लेकर पूछे गए सवाल स्पष्ठ कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को बदलने की वर्तमान में कोई स्थिति नहीं है।