अघन मास के एकम से पूर्णिमा तक अन्नपूर्णा महोत्सव का आयोजन नगर के मध्य स्थित अति प्राचीन मां अन्नपूर्णा मंदिर सिद्ध पीठ में किया जा रहा है, जहां लोगों के आस्था मन्नत कलश एक माह से प्रचलित हैं, जिसका विसर्जन पूर्णिमा तिथि 26 दिसंबर को विधि विधान से किया जायेगा. इसके पूर्व हवन, पूजन, महाआरती होगी. वही माता रानी को छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे इसके बाद माता रानी को 31 क्विंटल का महा भोग लगाया जाएगा तथा महाप्रसाद वितरण दोपहर 3से रात्रि 11 तक माता रानी के प्रांगण में वितरित किया जाएगा! माता रानी के महा भोग को प्राप्त करने, माता रानी के दर्शन करने एवं माता रानी का आशीर्वाद लेने की अपील मंदिर समिति द्वारा की गई है।
अति प्राचीन है मां अन्नपूर्णा का यह मंदिर
ज्ञात हो कि माता रानी के सिद्ध पीठ में अघन पर्व बड़ी धूम-धाम से प्रतिवर्ष मनाया जाता है ,ऐसा कहा जाता है कि धन धन्य की देवी माता रानी का महाप्रसाद प्राप्त करने से जीवन भर धन धन्य की कमी नहीं होती और घर में संपन्नता बनी रहती है! उक्त मंदिर 109 साल पुराना है जिसे विसर्जित कर भव्य रूप नवनिर्माण कराया गया है जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर दान दिया है। जहां प्रतिवर्ष अघन मास के प्रारंभ होते ही श्रद्धालु भक्तों द्वारा अपनी मनोकामनाओं के कलश रखे जाते हैं इस वर्ष 101 मनोकामनाओं के कलश मंदिर परिसर में प्रचलित किए गए हैं जिनका विसर्जन घूर्ण मास की समाप्ति व पूर्णिमा मास के प्रारंभ होने पर 26 दिसंबर को हवन पूजन यज्ञ भंडारा सहित विभिन्न कार्यक्रमों के साथ किया जाएगा।