नगर के वार्ड नंबर 5 स्थित विधायक निवास पर 4 जनवरी को अतिथि शिक्षक संघ वारासिवनी के द्वारा विधायक विवेक विक्की पटेल को ज्ञापन सौंप कर विधानसभा में उनकी आवाज उठाने की मांग की गई। ज्ञापन में अतिथि शिक्षकों ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा 2 सितंबर 2023 को महापंचायत बुलाकर घोषणा की गई थी कि दुगना वेतन दिया जाएगा, भर्ती में 50% रिजर्व कोटा निर्धारित किया जाएगा, वार्षिक स्तर पर अतिथि होंगे, शासकीय शिक्षक के आने पर भी अतिथि शिक्षक को संकुल स्तर पर समायोजित किया जायेगा। जिसमें से वर्तमान तक किसी भी घोषणा पर अमल नहीं किया गया है इसी के साथ अतिथि विद्वानों को बाहर भी किया गया है। जिसको लेकर हमारी मांग है कि बाहर निकल गए अतिथि शिक्षकों को भर्ती किया जाये, नियमितीकरण के लिए नीति तैयार की जाये, विभागीय परीक्षा आयोजित हो जिससे कि अतिथि शिक्षक सम्मानजनक जीवन व्यापन कर सके। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक मौजूद रहे।
ब्लॉक अध्यक्ष संजय राणा ने पदमेंश से चर्चा में बताया की अतिथियों की जो महापंचायत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रखी थी उसमें जो घोषणा करी गई थी उसे पूरा करने के लिए नवनिर्वाचित विधायक विवेक पटेल को ज्ञापन देकर कैबिनेट में घोषणाओं को पारित करवाने की मांग की गई है। पूर्व में जो 18, 14 एवं 10 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन देने का जो निर्णय लिया गया था जो आज तक नहीं मिल पाई है। इसके अलावा 50 प्रतिशत अतिथि शिक्षक का कोटा रिजर्व, 20 अंक बोनस, विभागीय परीक्षा, 12 महीने सेवाकाल प्रमोशन ट्रांसफर पर आए शिक्षक के स्थान पर कार्यरत अतिथि को संकुल स्तर पर समायोजित किए जाने के संबंध में कैबिनेट में प्रस्ताव नहीं लिया गया है। उक्त विषय को विधानसभा में रखने का आश्वासन विधायक विवेक पटेल के द्वारा दिया गया है। हमारे द्वारा आगामी समय में ब्लॉक से जिला और प्रदेश तक बैठक कर रूपरेखा तैयार की जाएगी और लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
जिला पदाधिकारी दुर्गा राहंगडाले ने बताया कि अभी तक केवल वेतन बड़ा है वह भी नहीं मिल पाया है पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा की घोषणा का लाभ हमें मिलना चाहिए फिर वह चाहे विभागीय परीक्षा, 50 प्रतिशत का आरक्षण, 20 अंक बोनस यह सब जल्द लागू किया जाना चाहिए। 3 महीने से हमें वेतन नहीं मिला है हर कोई आर्थिक संकट से गुजर रहा है क्योंकि परेशानी हर किसी को है सभी आर्थिक कमजोर है पुरुष हो या महिला सभी को परिवार चलाना है। हम 10 से 5 स्कूल जाते हैं और दूसरा काम नहीं कर सकते ऐसे में हमें वर्ष भर के अनुबंध के तहत समायोजन करना चाहिए किंतु ऐसा हो नहीं रहा है।
कार्यकारी अध्यक्ष मुनेंद्र बोरकर ने बताया कि शासन ने पिछली बार घोषणा करी थी अतिथि शिक्षक को नहीं हटाएंगे समायोजित करेंगे उसी के कारण भाजपा सरकार बनी है। हमारी विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर हमें अंदर करना चाहिए क्योंकि 10 से 12 वर्ष की सेवा प्रत्येक अतिथि की हो चुकी है जिन्हें नियमित करना चाहिये क्योंकि हम सुबह 10 से शाम 5 बजे तक अपनी सेवा शासन को दे रहे हैं तो हमारी विभागीय परीक्षा होनी चाहिए। हमे प्रतिफल नहीं मिलने का कारण है कि संगठन में एकता नहीं है हर कोई सोच रहा है कि संगठन लड़ाई लड़ेगा सफलता सभी को मिलेगी परंतु उन्हें समझना चाहिए कि अब हमें संगठन मजबूत करना पड़ेगा प्रदेश संगठन के द्वारा शासन और शिक्षा मंत्री से चर्चा की जा रही है। लोकसभा के पहले हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो हम महाआंदोलन करेंगे।