कीव क्षेत्र से हटी रूसी सेना, सायरन और धमाकों की आवाज से नागरिकों को राहत

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रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। शानिवार शाम कीव के आसपास का इलाका वापस यूक्रेन के कब्जे में आ गया। लगभग पांच सप्ताह बाद रूसी यहां से सेना हटी। अब नागरिकों को हमले से बचाव के लिए बजने वाले सायरन और बमबारी के धमाकों को थोड़ी राहत मिली है। इससे पहले कीव को घेरकर रूसी सेना ने कई हमले किए। हालांकि महानगर की सीमा में प्रवेश नहीं कर पाई। यूक्रेनी सैनिक ने विस्फोटकों के साथ पुल को उड़ा दिया था। जिससे रूसी सैनिक दाखिल हो सकती थी।

बूचा कस्बे में गोलाबारी

बूचा कस्बे के करीब गोलाबारी की आवाज सुनी गई। कुछ घंटों बाद ही इन इलाकों से रूसी सेना वापस चली गई। वहां यूक्रेन के सैनिकों का कब्जा हो गया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया कि रूसी सैनिक बारूदी सुरंगें बिछाते हुए ठिकाना छोड़ रहे हैं। इसके कारण उनकी चपेट में आने से जन-धन का नुकसान हो रहा है

पोलटावा और क्रेमेनचुक में हवाई हमले

बीते मंगलवार को रूस ने कीव और चार्निहीव पर हमले बंद करने और वहां से सेना हटाने का ऐलान किया था। बीते 24 घंटों में मध्य यूक्रेन के पोलटावा और क्रेमेनचुक में रूसी सेना ने हवाई हमले किए। डिनिप्रो के क्रिवी शहर में पेट्रोल स्टेशन पर गोलाबारी हुई है। रूस की सेना अब पूर्वी यूक्रेन पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है।

बंदी अदला-बदली कार्यक्रम

यूक्रेन और रूस के बीच शुक्रवार को बंदी अदला-बदली हुई। राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुमति पर 86 यूक्रेनी बंदियों के बदले 86 रूसी युद्ध बंदियों को रिहा किया गया। रिहा हुए बंदियों में 15 महिला सैनिक हैं जिन्हें रूसी सेना ने युद्ध के दौरान पकड़ था। यह जानकारी यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरयाना वेरेशचुक ने दी है। इससे पहले 24 मार्च को दोनों देशों के बीच बंदियों की अदला-बदली हुई थी। इधर अमेरिका ने यूक्रेन की सेना को 30 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद और मुहैया करा रहा है।

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