बेटी ने कही ऐसी बात कि वीगन हो गए चीफ जस्टिस चंद्रचूड़, बताया पूरा वाकया

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चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने एक कार्यक्रम में खुद के वीगन बनने के पीछे की वजह शेयर की। चीफ जस्टिस ने कहा कि वह अपनी बेटी की वजह से वीगन को अपना चुके हैं। चंद्रचूड़ ने सोमवार को बताया कि वे अब वीगन शाकाहारी बन गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने उन्हें ‘क्रूरता-मुक्त जीवन’ जीने के लिए प्रेरित किया। चंद्रचूड़ ने यह भी कहा कि अब वह और उनकी पत्नी रेशम या चमड़े से बने प्रोडक्ट नहीं खरीदते हैं।

डेयरी प्रोडक्ट, शहद भी छोड़ा

चीफ जस्टिस ने कहा कि मेरी दो बेटियां हैं जो दिव्यांग हैं। जो कुछ भी मैं करता हूं उसमें वे मुझे प्रेरित करती रहती हैं। मैंने हाल ही में शाकाहारी भोजन (Vegan) अपनाया है क्योंकि मेरी बेटी ने कहा था कि हमें क्रूरता-मुक्त जीवन जीना चाहिए। अपने इस फैसले के बारे में बात करते हुए, चंद्रचूड़ ने कहा कि उन्होंने पहले डेयरी प्रोडक्ट, शहद का त्याग करके और पूरी तरह से शाकाहारी भोजन अपनाकर वीगन को अपनाया। हालांकि, उनकी बेटियों ने उन्हें बताया कि यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वह ऐसा कुछ न पहनें जो क्रूरता का प्रोडक्ट हो।

न्यूरोडावर्स लोगों पर रखी राय

सीजेआई दिल्ली हाई कोर्ट कैंपस में एक रेस्टोरेंट के उद्घाटन में पहुंचे थे। यह आउटलेट न्यूरोडायवर्स लोगों द्वारा चलाया जाएगा। इस वेंचर के बारे में बात करते हुए, CJI ने कहा कि इस आंदोलन का मिशन स्वतंत्र जीवन है। यह सशक्तिकरण और स्वतंत्र जीवन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग समाधान होते हैं और न्यूरोडायवर्सिटी को अपनाया जाना चाहिए, क्योंकि उनमें से प्रत्येक का एक अलग व्यक्तित्व होता है। वे अलग-अलग चुनौतियों का सामना करते है।

वीगन क्या होता है?

वीगन से आशय ऐसी जीवनशैली से है जिसमें व्यक्ति शाकाहार अपनाता है। इसमें जानवरों से मिलने वाले किसी भी भोजन (जैसे मांस, अंडे या डेयरी प्रोडक्ट) का सेवन नहीं किया जाता है। इतना ही नहीं वीगन को फॉलो करने वाला व्यक्ति एनिमल प्रोडक्ट जैसे चमड़े का यूज करने से भी परहेज करता है।

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