मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर और गुजरात के व्यावसायिक शहरों सूरत तथा राजकोट के बीच बीते दिनों सीधी विमान सेवा आरंभ की गई। इंदौर के व्यापारियों ने इन दोनों ही उड़ानों को शुरुआती दौर में ही सफल कर दिया है। दरअसल, कारोबारी शहरों को जोड़ने वाली इन उड़ानों में 60 से 65 प्रतिशत तक सीटें प्रतिदिन भरी रहती हैं। यह स्थिति विमान कंपनियों के लिए घाटे की नहीं होती। दोनों नई उड़ानों को शानदार प्रतिसाद मिलना बताता है कि इंदौर की आर्थिक ताकत लगातार बढ़ रही है।
अपने शहर इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से वर्तमान में देश के 13 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के लिए उड़ानों का संचालन किया जाता है। समर शेड्यूल में इंदौर से करीब एक दर्जन शहरों के लिए सीधी उड़ानें शुरू की गईं। इनमें गुजरात के दो प्रमुख व्यावसायिक शहर सूरत और राजकोट के लिए पहली बार सीधी उड़ानें शुरू करना महत्वपूर्ण डेवलपमेंट रहा। इन उड़ानों में प्रयुक्त 180 सीटर विमान की रोजाना औसतन 60 प्रतिशत सीटें भर रही हैं। इसका अर्थ है कि इंदौर के व्यापारियों को दोनों शहरों के लिए हवाई कनेक्टिविटी रास आ रही है।
इंदौर से हवाई सेवाओं का लगाातर विस्तार हो रहा है। 21 अगस्त को सूरत और राजकोट के लिए सीधी उड़ान शुरू की गई थी। कारोबार के कामकाज से इन दोनों शहरों में इंदौर व आसपास के कारोबारियों का लगातार आना-जाना होता है। ऐसे में सीधी उड़ान सेवा से व्यवसायियों के समय की बचत हो रही है। शुरुआती दस दिन में सूरत के लिए करीब एक हजार और राजकोट के लिए करीब 900 लोग यात्रा कर चुके है।ट्रैवल्स एजेंट एसोसिएशन के चेयरमैन हेमेंद्र सिंह जादौन का कहना है कि गुजरात के इंदौर से व्यापारिक महत्व और पर्यटन के लिहाज से यह दोनों उड़ानें अहम हैं। इससे पहले इंदौर से सूरत और राजकोट के लिए सीधी कनेक्टिविटी नहीं थी। तब लोगों को सड़क मार्ग से यात्रा कर इन शहरों तक जाना होता था। इसमें काफी समय लगता था और जोखिम भी अधिक होता था। अब दोनों शहरों तक इंदौर से महज डेढ़ घंटे में पहुंचा जा सकता है।