शहर के विरियाखेड़ी मार्ग पर नगर निगम का कचरा वाहन युवती को करीब छह सौ मीटर दूर तक घसीट कर ले गया। इसके बाद ब्रेक लगाने पर युवती नीचे गिर गई। गम्भीर हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। घटना को लेकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने चक्काजाम कर नगर निगम के वाहनों का विरियाखेड़ी से आवागमन बंद करने व मृतका के स्वजन को उचित मुआवजा देने की मांग की। डेढ़ घण्टे बाद अधिकारियों के आश्वासन पर चक्काजाम खत्म किया गया।
क्षेत्रवासियों ने नईदुनिया को बताया कि मेघराज भूरिया के तीन वर्षीय पौत्र हिमांशु का रविवार को मान कार्यक्रम था। इस कारण उनके यहां रिश्तेदार भी आये थे। सोमवार दोपहर करीब दो बजे घर के बाहर सड़क किनारे मेघराज की पुत्री सावित्री और सुमित्रा बाटी सेक रही थी।
इसी बीच जुलवानिया ट्रेचिंग ग्राउंड में कचरा खाली करके नगर निगम वाहन वापस शहर की तरफ जाने लगा। तभी इस वाहन ने सावित्री को टक्कर मार दी। सावित्री के पैर पर चोट आई। सुमित्रा ने सावित्री को खींच कर एकतरफ किया। इसी बीच सुमित्रा की छोटी बहन 23 वर्षीय पूनम भूरिया ने वाहन के सामने आकर वाहन पकड़ कर रुकवाने का प्रयास किया।
चालक ने वाहन नहीं रोका व तेजी से वाहन ले जाने लगा। पूनम ने वाहन पकड़ लिया और उस पर लटक गई। वाहन उसे घसीटता हुआ करीब छह सौ मीटर दूर जवाहर स्कूल के पास चौराहे तक ले गया। लोगों ने पीछा कर वाहन रुकवाने का प्रयास किया।
तभी चौराहे पर चाल अपने बुलेट लगाया झटका लगने से पूनम नीचे गिरी तो चालक वाहन लेकर भाग गया। उधर, पूनम को जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई । लोगों ने चक्काजाम कर आरोप लगाया कि नगर निगम के वाहन चालक शराब के नशे में तेज गति से वाहन चलाते हैं। आये दिन दुर्घटना होती है । नगर निगम से कई बार मांग की गई, लेकिन वाहनों का रूट नही बदला गया।
एसडीएम अभिषेक गौतम, सीएसपी हेमन्त चौहान, टीआइ ओपी सिंह आदि मौके पर पहुंचे व ग्रामीणों से चर्चा कर मांगो का निराकरण करने का आश्वासन दिया। पूनम ने बीए किया था व पुलिस तथा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी।