कॉलोनाइजर द्वारा कॉलोनी में मकान बेचते समय आमजन से अनेकों लुभावने वादे किए जाते हैं और कॉलोनी में मूलभूत सुविधाएं होने की बात कहकर ऊंचे दामों पर मकान तो बेच देते हैं पर मूलभूत सुविधाओं की बात करें तो कालोनियों में नाही पक्की सड़क, पक्की नाली और ना ही विद्युत की व्यवस्था की जाती है और आमजन से मीठे मीठे वादे कर मकान बेच दिया जाता है किंतु बाद में आमजन को मूलभूत सुविधाओं के लिए इधर-उधर घूमना पड़ता है ऐसा ही एक ताजा मामला वारासिवनी स्थित पारस नगरी वार्ड क्रमांक 1 का है जहां पर कॉलोनाइजर द्वारा बड़े-बड़े सपने दिखाकर कॉलोनी के मकान तो बेच दिया पर कॉलोनी वासियों को ना ही स्थाई विद्युत कनेक्शन एवं पक्की सड़क, नाली अन्य सुविधाओं से आज भी वंचित हैं एवं वह शासन प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं
वारासिवनी नगर पालिका परिषद अंतर्गत आने वाले पारस नगरी वार्ड क्रमांक एक में कॉलोनाइजर द्वारा आम जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाकर कॉलोनी के मकान तो बेच दिए गए पर मूलभूत सुविधाओं की बात करें तो ना ही कॉलोनी में स्थाई विद्युत कनेक्शन लगा है और पक्की सड़क एवं नाली का निर्माण आज तक नहीं करवाया गया है जिसको लेकर के आज कॉलोनी वासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है स्थाई विद्युत कनेक्शन नहीं होने की वजह से कॉलोनी वासियों को दुगने दामों पर विद्युत कनेक्शन का भुगतान करना पड़ रहा है तो वहीं पक्की सड़क नहीं होने से ,हो रही बे मौसम बरसात में उन्हें आने जाने को लेकर काफी कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ रहा है जिसको लेकर के उनके द्वारा क्षेत्रीय विधायक सहित वारासिवनी नगर पालिका परिषद से भी संपर्क किया गया किंतु आज तक उनकी समस्या का किसी के द्वारा कोई भी समाधान नहीं किया गया है जिसको लेकर के वह 2 मई को जिला कलेक्टर बालाघाट के पास जनसुनवाई में पहुंचे एवं उनके द्वारा कहा गया है कि यदि जनसुनवाई में भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो वह पूरे कॉलोनी वासियों के साथ सीएम हेल्पलाइन में एक साथ शिकायत करेंगे
कॉलोनाइजर द्वारा मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कॉलोनी में नहीं की गई है- मनोहर अमुले
वारासिवनी से पहुंचे मनोहर अमुले बताते हैं कि वह वार्ड नंबर 1 पारस नगरी के रहने वाले हैं और उनकी कॉलोनी 2015 से डिवेलप हुई है और अभी तक काफी मकान बनने के बावजूद भी वहा कॉलोनाइजर द्वारा मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कॉलोनी में नहीं की गई है जिसके कारण वह 2 वर्षों से प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं एवं कॉलोनाइजर द्वारा अनेक वादे तो किए गए पर आज तक कोई भी वादे उनके पूरे नहीं हुए हैं और कॉलोनी वासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वहां रहने वाले सभी वार्डवासी को लगभग 10 गुना विद्युत बिल का भुगतान अधिक करना पड़ रहा है जबकि हमारी यही मांग है कि कॉलोनी में स्थाई कनेक्शन विद्युत का मिल जाए जिससे उन्हें दुगना बिल का भुगतान नहीं करना पड़ेगा
कॉलोनाइजर के द्वारा बैठक की गई तो उनके द्वारा हमें उचित आश्वासन नहीं दिया गया- गजानंद चुरे
गजानंद चुरे बताते हैं कि उनकी कॉलोनी में डेनेज सिस्टम नाम का कोई सिस्टम उनकी कॉलोनी में नहीं है एवं विद्युत कनेक्शन भी स्थाई नहीं लगाया गया है जबकि हमें दो-तीन बार विद्युत विभाग के द्वारा सूचना दी गई है कि आप अपने कॉलोनी में विद्युत कनेक्शन एवं ट्रांसफॉर्म स्थाई रूप से लगवाए जब इन सब को लेकर हमारे द्वारा कॉलोनाइजर के द्वारा बैठक की गई तो उनके द्वारा हमें उचित आश्वासन नहीं दिया गया जबकि उनकी कॉलोनी में अधिकतर मध्यमवर्गीय लोग रहते हैं जो उतनी राशि का वह नहीं कर सकते जितना पैसा वहां पर लगने वाला है इस कारण आज हम इधर उधर प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं पर हमारी समस्या पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है
2015 में डिवेलप हुई वारासिवनी क्षेत्र के वार्ड नंबर एक की कॉलोनी में नहीं है मूलभूत सुविधाएं