प्रदेश के पटेलो के छीन लिए गए हक अधिकार को वापस दिलाने और सम्मानजनक मानदेय मिलने की मांग को लेकर मध्य प्रदेश ग्रामीण पटेल कल्याण संघ के प्रांतीय आव्हान पर ग्रामीण स्थाई पटेल संघ के द्वारा बालाघाट जिले की हर तहसीलों में बैठकर 12 सितंबर को बालाघाट आगमन पर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्याओं का अवगत करने और मांगों का निराकरण करने की मांग को लेकर महापंचायत बुलाने की मांग की जाएगी। इसी तारतम्य में तहसील बिरसा के दुर्गा प्रांगण में बिरसा तहसील के पटेलों को जगाने तथा सरकार से अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए पटेल संघ के पदाधिकारी ने महापंचायत ली। पटले संघ के पदाधिकारी ने बताया कि ग्रामीण स्थाई पटेल संघ मध्यप्रदेश शासन 10 वर्षों से सरकार के संपर्क में हैं परंतु आज दिनांक तक सरकार द्वारा सिर्फ उन्हें आश्वासन ही दिया जा रहा है जबकि 1959 की धारा 222 पटेलों की नियुक्ति एवं धारा 228 में पटेलों के अधिकार दिए गए हैं एवं सम्मानजनक मानदेय लगभग सभी प्रदेशों में दिया जा रहा है लेकिन मध्य प्रदेश में अभी तक पटेलों को वह सम्मान तथा सम्मानजनक मानदेय नहीं मिल पा रहा है जबकि उल्टाकर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह की सरकार के समय पंचायत राज लाने के बाद पटेलों से उनका हक छीन लिया गया तब से लेकर अभी तक ग्रामीण स्थाई पटेल संघ अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और उन्हें आज दिनांक तक ग्रामीण स्थाई पटेलों को कुछ लाभ प्राप्त नहीं हुआ जबकि गांव में कोई भी सामाजिक कार्य होता है या कोई तकलीफ आती है तो उसमें स्थाई पटेलों की अहम भूमिका रहती है ।इसी सम्बन्ध में मध्य प्रदेश ग्रामीण पटेल कल्याण संघ प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि कांग्रेस के शासनकाल में पटेलों के हक को छीन लिया गया और पंचायती राज लेकर आई। उसके बावजूद भी पटेलो के बारे में कुछ नहीं सोचा गया। विगत 10 वर्षों से सरकार से वह अपनी मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं और बदले में उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है और चुनाव से पहले उनकी मांग अगर पूरी नहीं होती है तो वह सरकार का समर्थन नहीं करेंगे और उग्र आंदोलन करेंगे। आगे उन्होंने बताया कि 12 सितंबर को मुख्यमंत्री का बालाघाट आगमन हो रहा है जिसमें प्रदेश के जिलों के पटेल द्वारा मुलाकात कर अपनी जहा पर पटेलो को सम्मानजनक मानदेय सहित पटेलो से छीने गए सभी हक अधिकार वापस मिलने की मांग को लेकर मुलाकात कर महापंचायत बुलाने की गुहार लगाई जाएगी प्रदेश सरकार के द्वारा ऐसा नहीं किया जाता तो सभी पटेल सरकार का समर्थन नहीं करेंगे। ग्रामीण पटेल संघ के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार लिल्हारे ने बताया कि कांग्रेस के शासनकाल में जो हमारा हक छिन लिया गया है।इस हक को पाने के लिए ग्रामीण के सभी पटेलों को हम जगाने का काम कर रहे हैं और अपने सम्मान तथा हक के लिए उन्हें जागरूक कर रहे हैं उन्होंने आगे बताया कि पटेलों के राज में गांव में उनके आदेश के बिना कोई परिंदा भी पर नहीं मरता था तथा सभी प्रशासनिक अधिकारियों का सम्मान हुआ करता था कई अधिकारियों के साथ मारपीट हो जाती थी तब गांव का स्थाई पटेल ही सामने आकर बचाव करता था उन्होंने कहा कि हम प्रशासन की मदद करना चाहते हैं सम्मान करना चाहते हैं तथा मुख्यमंत्री जी से भी उन्होंने कहा कि आप हमारा ध्यान रखिए हम आपका ध्यान रखेंगे उनकी मांग पूरी अगर नहीं हुई तो सरकार का समर्थन नहीं करेंगे तथा उग्र आंदोलन करेंगे।